महराजगंज में प्रधान पति का शर्मनाक प्रस्ताव: जानें पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले से एक बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाने के बदले एक महिला प्रधान के पति पर अश्लील प्रस्ताव देने का गंभीर आरोप लगा है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
क्या है पूरा मामला?
सिंदुरिया क्षेत्र की एक महिला ने कोर्ट में दी तहरीर में बताया कि साल 2023 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 86 मकान आवंटित किए जाने थे, जिसके लिए 155 लोगों ने आवेदन किया था।
पीड़िता का आरोप है कि ग्राम प्रधान और उसके पति ने अपात्र लोगों को लाभ दिलाने के लिए रिश्वत ली और इसी दौरान प्रधान पति ने उससे यह घिनौनी डील करने की कोशिश की।
उन्होंने कथित तौर पर कहा, “अगर तुम मेरे साथ शारीरिक संबंध बना लो, तो तुम्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिला दूंगा।”
महिला की शिकायत और जांच
महिला ने इस मामले की शिकायत सबसे पहले सीडीओ से की, जिसके बाद जांच हुई। जांच में पाया गया कि दो महिला लाभार्थी अपात्र होने के बावजूद उन्हें योजना का लाभ मिल चुका था। बाद में दूसरी जांच में चार और अपात्र लाभार्थी पाए गए, लेकिन फिर भी सरकारी धन की रिकवरी नहीं की गई।
जब पीड़िता को न्याय नहीं मिला, तो उसने कोर्ट का रुख किया। कोर्ट के आदेश के बाद सिंदुरिया थाने में प्रधान पति, ग्राम प्रधान, सचिव और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
पुलिस का क्या कहना है?
महराजगंज के पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने बताया कि “प्रधान पति द्वारा अश्लील प्रस्ताव देने के मामले में कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है और जांच जारी है।”
इस मामले का असर
इस घटना के सामने आने के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है। सरकार की गरीबों के लिए बनाई गई योजनाओं में इस तरह के भ्रष्टाचार से लोगों का विश्वास डगमगा रहा है। अब देखना यह होगा कि पुलिस की जांच में क्या निष्कर्ष निकलता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।
निष्कर्ष:
प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भ्रष्टाचार और महिलाओं के शोषण की घटनाएं बेहद निंदनीय हैं। इस मामले में निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई जरूरी है, ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी या प्रधान किसी जरूरतमंद महिला का इस तरह से शोषण न कर सके।