ताइवान में बुधवार सुबह 5.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। भूकंप के झटके इतने तेज थे कि कई जगहों पर इमारतें हिलने लगीं और लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए।
भूकंप का केंद्र और गहराई
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप का केंद्र ताइवान के पूर्वी तट के पास हुलिएन काउंटी में स्थित था, और इसकी गहराई लगभग 10 किलोमीटर दर्ज की गई। इस वजह से झटके बेहद तेज महसूस किए गए।
इन इलाकों में महसूस हुए झटके
भूकंप के झटके ताइपेई, ताइतुंग और यिलान जैसे प्रमुख शहरों में भी महसूस किए गए। अचानक आए भूकंप से लोग दहशत में आ गए और सुरक्षित जगहों पर जाने लगे। हालांकि, अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई है।
ताइवान में भूकंप क्यों आते हैं?
ताइवान भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र में आता है क्योंकि यह फिलीपीन सागर प्लेट और यूरेशियन प्लेट के टकराने वाले क्षेत्र में स्थित है। यही वजह है कि यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं।
- 1999 में ताइवान में 7.6 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था, जिसमें हजारों लोगों की जान गई थी।
- 2018 में भी हुलिएन में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें कई इमारतें ध्वस्त हो गई थीं।
सरकार ने क्या कदम उठाए?
भूकंप के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी ने सतर्कता बरतते हुए सभी प्रमुख क्षेत्रों में सुरक्षा जांच शुरू कर दी है। बचाव दलों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया है।
भूकंप आने पर क्या करें?
- खुले मैदान में जाएं और ऊंची इमारतों से दूर रहें।
- भूकंप के दौरान दरवाजे या मजबूत टेबल के नीचे छिपें।
- लिफ्ट का उपयोग न करें, सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
- रेडियो या सरकारी अलर्ट सिस्टम के जरिए अपडेट लेते रहें।
ताइवान में आए इस भूकंप ने एक बार फिर लोगों को सतर्क रहने की जरूरत का अहसास करा दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले दिनों में हल्के झटके महसूस किए जा सकते हैं।