कुशीनगर में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा के दौरान एक बड़ा विवाद सामने आया है। अंग्रेजी विषय की 300 उत्तर पुस्तिकाएं (कॉपियां) रहस्यमय तरीके से गायब हो गईं। इस मामले में जिला विद्यालय निरीक्षक ने केंद्र व्यवस्थापक और संकलन केंद्र प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही, दोनों अधिकारियों को उनके पदों से हटा दिया गया है। यह घटना कुशीनगर के जनता इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र की है, जहां 283 छात्रों ने हाईस्कूल की परीक्षा दी थी।
घटना का विवरण
शुक्रवार को हुई अंग्रेजी की परीक्षा के बाद केंद्र व्यवस्थापक कपिलदेव प्रसाद को उत्तर पुस्तिकाओं को संकलन केंद्र पर जमा कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। नियम के अनुसार, परीक्षा समाप्त होने के दो घंटे के भीतर कॉपियों को संकलन केंद्र पहुंचाना अनिवार्य होता है। हालांकि, कपिलदेव प्रसाद संकलन केंद्र तक नहीं पहुंचे। देर शाम तक कॉपियों का कोई अता-पता नहीं चल पाया।
जब संकलन केंद्र प्रभारी उमेश उपाध्याय ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी, तो पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। संयुक्त शिक्षा निदेशक गोरखपुर रातोंरात कुशीनगर पहुंचे और जांच शुरू की। हालांकि, परीक्षा केंद्र से लेकर संकलन केंद्र तक की तलाशी के बाद भी कॉपियों का कोई सुराग नहीं मिला।
अधिकारियों की लापरवाही
केंद्र व्यवस्थापक कपिलदेव प्रसाद और संकलन केंद्र प्रभारी उमेश उपाध्याय से पूछताछ की गई, लेकिन दोनों ही कॉपियों के गायब होने का कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। उनकी लापरवाही को देखते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक ने कसया थाने में दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। साथ ही, दोनों अधिकारियों को उनके पदों से हटा दिया गया।
परीक्षा होगी दोबारा
कॉपियां गायब होने के बाद यूपी बोर्ड ने इस परीक्षा को रद्द कर दिया है। बोर्ड ने 12 मार्च को रिजर्व पेपर के जरिए दोबारा परीक्षा आयोजित करने की घोषणा की है। इससे प्रभावित छात्रों को एक बार फिर परीक्षा देनी होगी।
परीक्षा केंद्र का विवरण
जनता इंटर कॉलेज सोहसा मठिया परीक्षा केंद्र पर कुल 312 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे, जिनमें से 283 ने परीक्षा दी। इनमें जनता इंटर कॉलेज सोहसा की 160 छात्राएं, महात्मा गांधी हाइस्कूल अमवा बाजार के 33 छात्र, दुलहीन जगन्नाथ कन्या इंटर कॉलेज टेकुआटार की 54 छात्राएं, श्री श्याम रामसुंदर इंटर कॉलेज सिकटा के 24 छात्र, GUMPV इंटर कॉलेज जाता के 3 छात्र और मौलाना आजाद इंटर कॉलेज डुमरी की 38 छात्राएं शामिल थीं।
विभाग में हड़कंप
यह घटना शिक्षा विभाग के लिए एक बड़ा झटका है। कॉपियों के गायब होने से विभाग में हड़कंप मच गया है। अब उत्तर पुस्तिकाओं की तलाश जारी है और जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
निष्कर्ष
यूपी बोर्ड परीक्षा में इस तरह की घटना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। अधिकारियों की लापरवाही ने न केवल छात्रों को प्रभावित किया है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह देखना होगा कि जांच में क्या खुलासा होता है और गायब हुई कॉपियों का क्या हुआ।